कि अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति दे, और हमारे पांवों को कुशल के मार्ग में सीधे चलाए। – लूका 1:79
मैं विश्वास करती हूँ कि शांति उन सबसे महत्वपूर्ण लाभों और सबसे बड़ी आशीषों में से एक है जो परमेश्वर ने हमें दी है। फिर भी जीवन की व्यस्तता और दबाव जो यह लाता उसमें, हम शांति को छोड़ बाकी सब महसूस करते है। पर इसे उस ढंग में होने की आवश्यकता नहीं है।
लूका 1:79 कहती है कि उन बातों में से एक जो परमेश्वर ने यीशु को करने के लिए भेजा वह शांति के मार्ग में हमारी अगुवाई करना है। विश्वासी होते हुए, हमारे पास चाहे हम कितने भी व्यस्त क्यों ना हो या हमारे इर्द-गिर्द जो भी चल रहा है के बावजूद, परमेश्वर की अलौकिक शांति में चलने का अद्भुत सौभाग्य हमारे पास है।
मैंने अपने जीवन के पहले चालीस साल बिना शांति के व्यतीत किए थे – और मैं लाचार थी। मैं अंत एक ऐेसे स्थान पर आई जहां मैं शांति के लिए इतनी भूखी थी कि मैं परमेश्वर के साथ कुछ भी बदलाव जो मुझे करने की जरूरत थी उसको करने की इच्छुक थी। धन्यवाद के साथ, मैं अब एक शांति के उस जीवन का आनन्द लेती हूँ जो अक्सर समझ से परे है। मैं जीवन के तूफानों के दौरान शांति के मार्ग में चलने के योग्य हूँ, नाकि केवल तब जब तूफान नहीं होता।
क्या आपने शांति को खोजना एक प्राथमिकता बनाया हुआ है? परमेश्वर चाहता है कि आप बनाएं। उस शांति में पवित्र आत्मा का अनुसरण करें जो मसीह में अधिकारिक आपकी है।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, मेरे पाँवों को आपकी शांति में चलने में मेरा “मार्गदर्शन और अगुवाई” करने के लिए यीशु को भेजने के लिए आपका धन्यवाद। मैं मेरे जीवन के लिए शांति की आपकी बड़ी आशीष को प्राप्त करती हूँ।