क्योंकि हमारी लड़ाई के हथियार शारीरिक नहीं, {माँस और लहू के शस्त्र} …। – 2 कुरिन्थियों 10:4
क्या आप जानते है कि हम प्रत्येक दिन एक युद्ध में होते है? सारे दुखों की तरफ देखते हुए हम सोच सकते है कि लड़ाईयां केवल बाहर हो रही है, पर वास्तव में, वह अन्दर हमारे मनों के युद्धक्षेत्र में हो रही है।
जब हम युद्धक्षेत्र को पहचानने में असफल हो जाते है, हम सही ढंग से हमारे दुश्मन को पहचानने में भी असफल हो जाते है। हम लोगों, धन, धर्म या “प्रणाली” को हमारी समस्याएं समझने का रूझान रखते है। जब तक हम हमारे मनों को नया नहीं करते, हम उन झूठों पर विश्वास करने और भ्रम पर अधारित महत्वपूर्ण निर्णय करने के खतरे में होते है।
हर दिन हमारे मन नुकताचीनी संदेह, शंका, और भय के विचारों के एक निरंतर प्रवाह बौछार को सहते है। जबकि इन में से कोई भी हार और तबाही का कारण हो सकता है, परमेश्वर की सच्चाई को समझना विजय और आनन्द को ला सकता है।
आपके जीवन में कुछ बड़े गढ़ हो सकते है जिन्हें ढा देने की जरूरत होती है। मैं आपको यह याद कराने के द्वारा उत्साहित करना चाहती हूँ कि परमेश्वर आपकी ओर है। यहां पर एक युद्ध चल रहा है, और आपका मन युद्ध का क्षेत्र है। पर सुसमाचार यह है कि परमेश्वर आपकी ओर से लड़ रहा है।
आरंभक प्रार्थना
पवित्र आत्मा, मैं मेरे मन में चल रही असली लड़ाईयों को नजरअंदाज करने के द्वारा, भ्रमित नहीं होना चाहती हूँ। मुझे चौकस रखें ताकि मैं अच्छी लड़ाई लड़ सकूँ। आप मेरी ओर होते हुए, मैं हार नहीं सकती हूँ।