विश्वास और अनुग्रहः का एक साथ

विश्वास और अनुग्रहः का एक साथ

क्योंकि (तुम्हारे) विश्वास के द्वारा अनुग्रह (परमेश्वर का अयोग्यों को दिया गया दान)  ही से तुम्हारा उद्धार (छुड़ाए गए) हुआ है; और यह तुम्हारी ओर से (तुम्हारे  अपने कार्यो से नहीं, यह तुम्हारे स्वयं के परिश्रम से नहीं मिला)  नहीं, वरन् परमेश्वर का दान है। -इफिसियों 2:8

मुझे उस मार्ग का एक उदाहरण का वर्णन देने दीजिए कि विश्वास और अनुग्रह परमेश्वर की आशीष को हम पर लाने के लिए एक साथ कार्य करते हैं। मेरी सभाओं में मैं अक्सर एक लम्बे विद्युत चलित पंखा साथ में ले जाती हूँ जो दर्शकों की वेदी पर रखती हूँ। मैं श्रोताओं में से एक व्यक्ति को बुलाती हूँ और उसे पंखे के सामने खड़ी करती हूँ, उसे कहती हूँ कि मैं उसे ठण्डा करने जा रही हूँ। उसे चालू करने के बाद में जब वह नहीं चलता है तो मैं श्रोताओं से पूछती हूँ, “क्या गलत है? ये पंखा क्यो नहीं घूम रहा है?”

निश्चय ही दर्शक देख लेते हैं कि क्या गलत है। “उसे प्लग में नहीं लगाया गया है,” वे कहते हैं। “यह सही है,” मैं कहती हूँ, और “निश्चय ही ठीक यही बात होती है जब हमारी प्रार्थनाएँ नहीं सुनी जाती है।” मैं व्याख्या करती हूँ कि हम अपनी आँखें विश्वास पर लगाते हैं (पंखा) इस उम्मीद के साथ कार्य करेगा। परन्तु हम पंखा से परे उसके सामर्थ्य के श्रोत को देखने में पराजित हो जाते हैं जो प्रभु स्वयं है।

यीशु में हर समय विश्वास था जब वह कष्ट भोग रहा था। गतशमनी के बगीचे में उसमें विश्वास था, और पिलातुस के सामने उसमें विश्वास था, जब उसको कोड़े मारे जा रहे थे, दुर्व्यवहार किए जा रहे थे, अपमानित किया जा रहा था तो उसमें विश्वास था। गुलगुता के मार्ग पर उसमें विश्वास था, क्रूस पर टांगे जाने के समय उस पर विश्वास था, जब उसका शरीर कब्र में रखा गया तब भी उसमें विश्वास था, उसमें इतना विश्वास था कि परमेश्वर उसे वहाँ नहीं छोड़ेगा परन्तु उसे जिला उठाएगा जैसे उसने प्रतिज्ञा की थी। परन्तु क्या आप समझते हैं कि इसका संपूर्ण विश्वास तब तक कुछ नहीं हुआ जब तक परमेश्वर की सामर्थ्य उसे पुनरूत्थित करने के लिए नहीं आई?

उसका विश्वास उसे तब तक स्थिर बनाए रखा जब तक पिता के द्वारा उसकी छुड़ौती के लिए निर्धारित समय नहीं आया। हममें संसार में सभी प्रकार का विश्वास हो सकता है परन्तु यह हमें तब तक कुछ नहीं देगा जब तक हम “सामर्थ्य के श्रोत” से जुड़ न जाएँ जो परमेश्वर का अनुग्रह है। अपनी छुड़ौती के लिए परमेश्वर पर अपनी आँखे लगाइए न कि अपने विश्वास पर।

Facebook icon Twitter icon Instagram icon Pinterest icon Google+ icon YouTube icon LinkedIn icon Contact icon