यहोवा और उसके अभिषिक्त (मसीह) के विरूद्ध पृथ्वी के राजा मिलकर, और हाकिम आपस में सम्मति करके कहते हैं, “आओ, हम उनके बंधन तोड़ डालें, और उनकी रस्सियों को अपने ऊपर से उतार फेकें।” वहे जो स्वर्ग में विराजमान है, हँसेगा; प्रभु उनको ठट्ठेां में उड़ाएगा। -भजन संहिता 2:2-4
जब परमेश्वर के शत्रु उसके विरोध में इकट्ठे होते हैं तो वह स्वर्ग में बैठकर हँसता है। वह अल्फा और ओमेगा है, आदि और अन्त है (प्रकाशितवाक्य 1:8 देखिए)। अतः वह पहले से जानता है कि चीज़ें कैसे बदलने वाली है। चूँकि आदि और अंत वही है तो उसे इस बीच सब कुछ होना है। यदि हम परमेश्वर की आत्मा के द्वारा चलाए चलते हैं तो हम उस दौरान हँस सकते हैं। हम विश्वास की हँसी हँसते हैं जैसा अब्राहम ने किया। परमेश्वर ने उससे कहा कि प्राकृतिक रूप से संतानोत्पत्ति के लिए यद्यपि वह बूढ़ा हो चुका है फिर भी वह उसे एक संतान देगा। अब्राहम हँसा (उत्पत्ति 17:17 देखिए)! वर्ष के पूरे होने से पहले ही अब्राहम ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा को पूरा होते हुए देखा। मुझे निश्चय है कि जब वह अपने हृदय में आगे के दिनों को देखता था तो हँसता था।
हम अपने विचारों में समाप्ति रेखा को देखने के बजाए अब क्या हो रहा है यह देखते हुए अधिक समय व्यतीत करते हैं। अन्य सभी बातों के विषय में सोचिए जो परमेश्वर ने आपके लिए किए हैं। आपको उनके लिए इंतज़ार भी करना पड़ा था। वह विश्वासयोग्य है; जो प्रतिज्ञा उसने की है उसे वह पूरा करेगा। आपको किसी समय तक इंतजार करना पड़ सकता है परन्तु यदि आप यात्रा का आनंद उठाने का निर्णय लेते हैं, तो यह अधिक दूर नहीं दिखाई देगा। आप पुरानी कहावत से परिचित होंगे, “काठ की हांडी देर से चढ़ती है।” जब आप हांडी चढ़ाकर इंतज़ार करते हैं तो ऐसा लगता है पानी उबलने में अधिक समय लग रह है परन्तु यदि आप किसी और काम में व्यस्त हो जाते हैं और अपना ध्यान हांडी पर से हटा लेते हैं ऐसा लगता है कि उबलने में कुछ ही क्षण लगे।
अपनी समस्याओं को देखते रहना पानी की हांडी को देखते रहने के समान है। यदि आप अपना भाग करना चाहते हैं तो अपने मन को अपनी समस्याओं पर से हटा लें। यह कुछ शीघ्र हल हो जाएगा और कह पाएँगे, “मैंने यात्रा का मज़ा उठाया।”