यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “परमेश्वर का कार्य यह है कि तुम उस पर, जिसे उसने भेजा है, विश्वास करो यूहन्ना 6:29
छोटे बच्चे आमतौर पर स्वतः ही उन बातों पर विश्वास कर लेते हैं जो उनके माता-पिता उन्हें बताते हैं, और इसी तरह परमेश्वर चाहता है कि हम भी उसके साथ व्यवहार रखें। वह चाहता है कि हम उसके वचनों की बातों पर विश्वास करें! मसीहियों को अक्सर “विश्वासियों” के रूप में संदर्भित किया जाता है, और विश्वासियों को विश्वास रखना चाहिए!
क्या आप एक विश्वास रखनेवाले विश्वासी हैं, या एक संदेह करनेवाले विश्वासी हैं? सरल बालक-समान विश्वास बहुत अच्छा फल देता है। उदाहरण के लिए, आनंद और शांति विश्वास करने से पाई जाती है (रोमियों 15:13)। संदेह, तर्क, चिंता और भय सभी प्रकार के दुःखों को उत्पन्न करते हैं, लेकिन परमेश्वर के वचन पर विश्वास करने का निर्णय लेने से इन सभी बातों से दूर रहा जा सकता है। विश्वास करें कि आपके साथ कुछ अच्छा होने वाला है। विश्वास करें कि जब आप पश्चाताप करते हैं, तब आपके पाप पूरी तरह से क्षमा हो गए हैं। विश्वास करें कि परमेश्वर आपकी सभी जरूरतों को पूरा करना चाहता है, कि वह आपसे प्रेम करता है और आपकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता है।
जब हम विश्वास रखते हैं, तब हम परमेश्वर के विश्राम में प्रवेश कर सकते हैं और वास्तव में हमारे जीवन के प्रत्येक दिन का आनंद उठा सकते हैं। हम प्रति दिन के हर क्षण में जीवन जी सकते हैं और भरोसा रख सकते हैं कि हमारा भविष्य परमेश्वर में सुरक्षित है।
यदि आप किसी बात पर संदेह करने जा रहे हैं, तो आपके संदेह पर संदेह करें!