
और यहोवा परमेश्वर ने भूमि से सब भाँति के वृक्ष, जो देखने में मनोहर और जिनके फल खाने में अच्छे हैं, उगाए, और वाटिका के बीच में जीवन के वृक्ष को और भले या बुरे के ज्ञान के वृक्ष को भी लगाया। -उत्पत्ति 2:9
भोजन करना सहित जो कुछ आप करते हैं उसे परमेश्वर की महिमा के लिए करने का प्रयास करो। अपने भोजन की थाली पर दृष्टि डालिए और पूछिए कि आप जो खाने जा रहे हैं अधिकतर वही चीज़ें हैं जो परमेश्वर ने बनाई है। भोजन करने को एक सांसारिक कर्म के रूप में मत देखिए जिसका परमेश्वर के साथ आपके संबंध से कुछ भी लेना देना नहीं है। मत भूलिए कि परमेश्वर ने आदम और हव्वा को अदन के बगीचे में रखा और उनसे कहा कि वे क्या खा सकते हैं। यदि परमेश्वर के साथ चलने से उनके भोजन का कुछ संबंध नहीं होता तो वह शायद भोजन की बात नहीं किया होता। अच्छे चुनाव करें! प्रत्येक बार जब आप अच्छा स्वस्थ भोजन का चुनाव करते हैं तो आप जीवन का चुनाव कर रहे हैं। जो आप के लिए परमेश्वर का वरदान है। वह चाहता है कि आप अच्छे दिखें और अच्छा महसूस करें, और आप कर सकते हैं। यदि आप मन में रखें कि आप का शरीर परमेश्वर का मंदिर है और जो ईंधन आप उसमें डालते हैं वह तय करेगा कि वह किस प्रकार और कब तक काम करेगा।