
प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है; क्योंकि यहोवा ने सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया और मुझे इसलिये भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूं; कि बन्दियों के लिये [भौतिक और आत्मिक] स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूं। —यशायाह 61:1
भावनात्मक स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण विषय है, क्योंकि हमारा आंतरिक जीवन हमारे बाहरी जीवन से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। रोमियों 14:17 हमें यह बताता है कि परमेश्वर का राज्य खाना–पीना नहीं है (बाहर की चीजें नहीं है), परन्तु धर्म और मेलमिलाप और वह आनन्द है जो पवित्र आत्मा से होता है (आंतरिक चीजें)। साथ ही, लूका 17:21 कहता है कि परमेश्वर का राज्य आपके भीतर है।
बचपन में मेरे साथ हुए दुर्व्यवहार के कारण मैं लंबे समय तक “भावनात्मक कैदी” बनी रही, लेकिन परमेश्वर ने मुझे उसके प्रेम के द्वारा चंगा किया और बदल दिया है। और वह आपके लिए भी ऐसा ही करेगा!
यशायाह 61 में परमेश्वर कहता है कि वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देने आया है। मेरा मानना है कि यह उन लोगों के बारे में कहा गया है जो अंदर से टूटे हुए हैं, जो अंदर से कुचले और घायल हुए हैं। यीशु आपको भावनात्मक तबाही से निकालकर स्वास्थ्य, पूर्णता और परमेश्वर के साथ निकटता के स्थान पर ले जाना चाहता है। उसे आपके हृदय और प्राण के हर क्षेत्र में आमंत्रित करें और स्वास्थ्य के उस कार्य को शुरू होने दें!
आप जहां कहीं भी हैं, परमेश्वर आपसे वहां मिलेंगे और आपको वहां पहुंचने में मदद करेंगे जहां आपको होना चाहिए।