मनुष्य की गति यहोवा की ओर से दृढ़ होती है, और उसके चलन से वह प्रसन्न रहता है; चाहे वह गिरे तौभी पड़ा न रह जाएगा, क्योंकि यहोवा उसका हाथ थामे रहता है। (भजन संहिता 37:23-24)
परमेश्वर हमारे हर कदम पर हमारे साथ होता है! इसका अर्थ है कि हम अकेले नहीं है। जब हम गिर पड़ते है वह हमें वापस खड़ा होने में सहायता करता और फिर आगे बढ़ने के लिए हमें उत्साहित करता है। कोई भी व्यक्ति बिना कुछ गलतियां किए परमेश्वर द्वारा अगुवाई किया जाना नहीं सीख सकता, पर याद रखें कि परमेश्वर उनके होने से पहले ही उनके बारे में जानता था। परमेश्वर हमारी फिसलन और असफलताओं के द्वारा आश्चर्यचकित नहीं होता। वास्तव में, परमेश्वर ने हमारे जीवनों के हर दिन को उनके होने से पहले ही अपनी पुस्तक में लिखा था (देखें भजन संहिता 139:16)। याद रखें कि परमेश्वर आप में प्रसन्न होता है और वह हर कदम पर आपके साथ होता है। अगर आप गिरते है, तो वह आपको ऊपर उठाएगा।
जितने भी महान पुरूष और स्त्रियों के बारे में हम बाइबल और इतिहास में पढ़ते या उनकी प्रशंसा करते है उन्होंने गलतियां की थी। परमेश्वर हमें इसलिए नहीं चुनता क्योंकि हम सिद्ध है, पर इसलिए ताकि वह हमारे द्वारा स्वयं को दिखा सकें। वह वास्तव में जानबूझकर संसार की कमजोर और मूर्ख बातों को चुनता है ताकि संसार में हर किसी को आश्चर्यचकित करे और अपनी महानता दिखाए (देखें 1 कुरिन्थियों 1:28-29)। सिद्ध होने और कभी भी गलतियां ना करने के लिए दुश्मन से दबाव को स्वीकार ना करें। हर दिन, अपना उत्तम करें और बाकी का करने के लिए परमेश्वर पर छोड़ दें! कभी भी अपनी गलतियों से ना डरें, पर इसकी बजाय उनसे सीखने का एक रवैया रखें। आपकी सभी गलतियों को एक कॉलेज का पाठ्क्रम होने की अनुमति दे जिनको दोबारा कभी नहीं करना है!
आज आप के लिए परमेश्वर का वचनः भयभीत मत हो; परमेश्वर आपके साथ है।