आपका सच्चा मूल्य

आपका सच्चा मूल्य

इसलिए अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे, और मेरी वाचा का पालन करोंगे, तो सब  लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे; समस्त पृथ्वी तो मेरी है। -निर्गमन 19:5

निर्गमन 19:5 में प्रभु अपने लोगों से कहता है कि वे उसकी “निज संपत्ति और खजाना है।” वे शब्द आज उतना ही हम पर लागू होता है जितना इस्राएल की संतानों पर लागू होता था। यूहन्ना 3:18 में यीशु ने निकुदेमुस से कहा कि कोई भी जो उस पर विश्वास करता है कभी भी त्यागा नहीं जाएगा। आप मूल्यवान या स्वीकारयोग्य भी नहीं महसूस करते होंगे, परन्तु आप हैं। इफिसियों 1:6 में पौलुस कहता है कि हम सब जो मसीह में विश्वास करते हैं “प्रेमियों में स्वीकार किए जाते हैं।” यह हमें एक व्यक्तिगत मूल्य और कीमत की भावना प्रदान करना चाहिए।

मैं स्मरण करती हूँ कि मैं एक प्रार्थना की पंक्ति में खड़ी थी, जहाँ पर मैंने अपने बगल में खड़ी महिला को पास्टर से कहते हुए सुना जो उससे कह रही थी कि वह अपने आप से कितनी घृणा करती और स्वयं को तुच्छ जानती थी। पास्टर उसके साथ बहुत दृढ़ हुए और बहुत मज़बूती के साथ यह कहते हुए डाँटे, “तुम क्या सोचती हो, कि तुम क्या हो? आपको स्वयं से घृणा करने का कोई अधिकार नहीं हैं। परमेश्वर ने आपके लिए और आपकी स्वतन्त्रता के लिए एक उच्च मूल्य का भूगतान किया है। उसने आप से बहुत ही प्रेम किया और कि उसने अपना एकलौता पुत्र आपके लिए मरने हेतु और आपके स्थान पर दुःख उठाने हेतु भेजा। आपको कोई अधिकार नहीं कि आप स्वयं से घृणा करे या आप स्वीकार करें। आपका भाग है कि आप उस बात को प्राप्त करें जिसे देने के लिए यीशु मरा!”

वह महिला दंग रह गई। मैं भी दंग रह गई केवल सुनने के द्वारा। फिर भी कभी कभी शैतान के उन फन्दों को समझने के लिए ऐसे मज़बूत या दृढ़ शब्दों की आवश्यकता होती है जो शैतान ने हमारे लिए बनाया है। क्या आप स्वयं की कीमत और मूल्य की कमी से प्रशंसा से जूझते हैं? निश्चय ही आप मूल्यवान हैं। अन्यथा आपका स्वर्गीय पिता आपके छुटकारे के लिए इतनी अधिक कीमत नहीं चुकाया होता।

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