पर धीरज को अपना काम पूरा करने दो कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ, और तुम में किसी बात की घटी न रहे। -याकूब 1:4
आनेवाला मौसम ‘‘परमेश्वर का मौसम है हमारा नहीं। हम जल्दि में हैं परमेश्वर नहीं। वह सही करने का समय लेता है। वह एक भवन बनाने से पहले ठोस नीव रखता है। हम परमेश्वर के निर्माणहीन भवन हैं वह निर्माता और वह जानता है कि वह क्या कर रहा है। शायद हम नहीं जानते हैं कि वह क्या कर रहा है परन्तु वह जानता है और उसे अच्छा होना है। शायद हम हमेशा नहीं जानते हैं, परन्तु हम उसे जानकर संतुष्ट होंगे कि जो सब जानता है। परमेश्वर का समय उसका छोटा सा भेद लगता है। बाइबल हमें प्रतिज्ञा देती है कि वह कभी भी देर नहीं करेगा परन्तु मैंने यह भी खोजा है कि वह कभी भी जल्दि नहीं आता है। ऐसा दिखाई देता है कि वह हममें धैर्य का फल विकसित करने के लिए हर उपलब्ध अवसर का उपयोग करता है।
यूनानी शब्दों का वाईन का शब्दकोश धैर्य की परिभाषा इस प्रकार प्रारंभ करता है, यह जानकर कि तुम्हारे “विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है” (याकूब 1:3 में)। धैर्य आत्मा का एक फल है जो परख के अधिन बढ़ता है। मेरा स्वयं का स्वभाविक या प्राकृतिक स्वभाव अधैर्य से भरा हुआ है। मैं इन वर्षों के दौरान बहुत अधिक धैर्यशाली हुई हूँ, परन्तु इन इंतज़ार के वर्षों में मुझे धैर्य सिखाना मेरे लिए कठिन था। मैं सब कुछ अभी चाहती थी।
हमारे पूर्ण सामर्थ्य के विकास के लिए वास्तव में धैर्य की आवश्यकता है। हमारी ताकत तभी बढ़ती है जब हमारा धैर्य विकसित होता है। यह परमेश्वर का तरीका है और कुछ नहीं। इसलिए क्यों न हम शांत हो जाए और यात्रा का आनंद लें।