परमेश्वर की धार्मिकता के उपहार को पहनना

परमेश्वर की धार्मिकता के उपहार को पहनना

जो पाप से अज्ञात था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में होकर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं। – 2 कुरिन्थियों 5:21

यहां पर दो महत्वपूर्ण प्रश्न है जो आपको स्वयं को पूछने की आवश्यकता है:

क्या मुझे पता है कि मैं मसीह में कौन हूँ?

क्या मैं धार्मिकता में चल रहा हूँ?

बहुत से लोग उचित रीति से इन प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सकते, और यह उन्हें उस आजादी और शांति में जीवन व्यतीत करने से रोकता है जिस में परमेश्वर ने उन्हें चलने के लिए बनाया है।

जिस पल हम यीशु मसीह को हमारा उद्धारकर्ता करके ग्रहण करते है, बाइबल कहती है परमेश्वर हमारे पाप को लेता और हमें उसकी धार्मिकता देता है। यह एक उपहार है, और हमें इसे कमाने की आवश्यकता नहीं है। पर हमें इसे पहनने की आवश्यकता है। और जब भी हम ऐसा करते है, हम उसकी शांति को प्राप्त करते है।

जब आप जानते कि आप मसीह में कौन है, आपके पास शांति और आत्मविश्वास होता कि परमेश्वर सदा आपको जो करने की आवश्यकता उसके लिए जो चाहिए वो देगा। जब आप यह जानते है कि वह आपसे प्रेम करता और वह आपके लिए मर गया, आप हर दिन उठकर परमेश्वर को प्रेम करने के लिए अपना उत्तम कर सकते है।

और जब आप जानते कि आप मसीह में कौन है, आप धार्मिकता को पहन सकते और उसमें चल सकते है जो उसने आपके लिए खरीदी है। जब आप स्वयं के लिए उसके प्रेम का अनुभव करते है, आपका स्वाभाविक जवाब उसके लिए सब जो आपके पास है उसके साथ जीवन व्यतीत करना होगा।


आरंभक प्रार्थना

प्रभु, मैं निरंतर यह जानना चाहती हूँ कि मैं आप में कौन हूँ। सब जो आपने मेरे लिए किया है उसको याद रखने में मेरी सहायता करें ताकि मैं निरंतर आपकी धार्मिकता को पहन सकूँ।

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