फिर दाऊद ने कहा, यहोवा जिसने मुझे सिंह और भालू दोनों के पंजे से बचाया है, वह मुझे उस पलिश्ती के हाथ से भी बचाएगा। शाऊल ने दाऊद से कहा, जा, यहोवा तेरे साथ रहे। – 1 शमूएल 17:37
संकट के समयों में, यह महसूस करना आसान होता कि परमेश्वर छुटकारा नहीं दे सकता। आपके विश्वास को दृढ़ करने के लिए, इन बाईबल के विवरण पर विचार करें जब परमेश्वर ने अपने बच्चों को उनके कष्ट से छुड़ाया था।
1 शमूएल 17:37 में, दाऊद जानता था कि वह गोलियत को हरा सकता है क्योंकि परमेश्वर ने उसे पहले ही एक शेर और एक रीछ से बचाया था।
दानिय्येल 3 में, शद्रक, मेशक और अबेदनगो ने राजा की बनाई मूर्ति के आगे दण्डवत करने से इन्कार किया और निरंतर परमेश्वर की अराधना करना जारी रखा। परिणामस्वरूप, वह सात गुणा ज्यादा धधकती भट्ठी में डाले गए थे। पर परमेश्वर ने उन्हें पूरी तरह अग्नि परीक्षा से ऐसा छुड़ाया कि वह उसके धूँए को भी महसूस ना कर सके! वह आग में उनके साथ दिखाई दिया!
दानिय्येल ने परमेश्वर की इच्छुक्ता और छुटकारे की योग्यता की एक ओर उदाहरण दी। परमेश्वर के आगे प्रार्थना करने के कारण शेरों की माँद में फैंके जाने पर, दानिय्येल इस तरह के छुटकारे को जानता था कि वह बिना खरोंच बाहर आया था जबकि उसके दुश्मन पूरी तरह हार गए थे (देखें दानिय्येल 6)।
क्या आप यहां पर एक प्रवृति को देखते है? जब परमेश्वर के लोग विश्वास में वह करने के लिए कदम बढ़ाते है जो वह चाहता कि वह करें, परमेश्वर देता है। परमेश्वर किसी भी परिस्थिति से अपने बच्चों को छुड़ा सकता है। आज यह जानें कि उसकी सामर्थ्य किसी भी समस्या से आपको छुड़ाने के लिए बड़ी है।
आरंभक प्रार्थना
परमेश्वर, बार-बार आपने आपके बच्चों को समस्या से छुड़ाया है, और मैं जानती हूँ कि आप अब भी असफल नहीं होंगे। आप मेरी स्थिति के साथ हल करने के योग्य है, इसलिए मैं अपना भरोसा आप में रखती हूँ।