ईर्ष्या का खतरा

ईर्ष्या का खतरा

इसलिये कि जहां डाह और विरोध होता है, वहां बखेड़ा और हर प्रकार का दुष्कर्म भी होता है। – याकूब 3:16

ईर्ष्या के द्वारा कारण दिया गया क्रोध बाइबल में वर्णन पहली नकारात्मक भावनाओं में से एक है। उत्पत्ति 4 हमें बताती है कि कैन ने अपने भाई हाबिल को मार दिया क्योंकि कैन क्रोधित होने तक ईर्ष्यालु हो गया। यद्यपि कि यह ईर्ष्या के चरण परिणामों से एक है, यह हमें याद कराता है कि ईर्ष्या कितनी खतरनाक हो सकती है।

आज के समाज में, बहुत से लोग महसूस करते है कि उनका मूल्य या महत्तता उनकी नौकरी, सामाजिक स्थिति या चर्च में पद पर आधारित है। उनकी मनोवृति के कारण, वे डरते हैं कि उनसे पहले किसी की उन्नति हो सकती है। ईर्ष्या उन्हें मनुष्यों की नज़रों में महत्वपूर्ण होने का कारण देती है।

अगर आप इस रवैये के साथ संघर्ष करते है, तो याद रखें कि परमेश्वर ने जहां भी आपको रखा है वहां आप एक कारण के लिए है। उसके पास आपके जीवन के लिए अच्छी योजना है, और वह जानता है कि आपको उस योजना के लिए तैयार होने की आवश्यकता है।
छोटी शुरूआत के दिनों से घृणा न करें। हमारा आनन्द और भरपूरी उन विशेष चुनौतियों का सामना करने से आती है जो परमेश्वर ने हमारे जीवनों में रखी होती है, ना कि उन वस्तुओं को प्राप्त करने की ईर्ष्या से जो आप सोचते कि लोगों को प्रभावित करेंगी। ईर्ष्या को आपके अन्दर वृद्धि ना करने दें। जहां आपको होने की आवश्यकता है वहां आपको रखने के लिए परमेश्वर पर भरोसा करें।


आरंभक प्रार्थना

परमेश्वर, ईर्ष्या खतरनाक है और मैं इसका कोई भी हिस्सा नहीं रखना चाहती हूँ। मेरा रूतबा, पदवी और पहचान पर निर्भर नहीं है। मुझे केवल आप चाहिए।

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