जयवन्त से बढ़कर

जयवन्त से बढ़कर

परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिसने हम से प्रेम किया है, जयवन्त से भी बढ़कर हैं। – रोमियों 8:37

परमेश्वर भविष्य के लिए हमें स्वप्न देता है, पर कई बार वो स्वप्न असंभव प्रतीत होते है। वहीं पर भय अन्दर आना शुरू हो जाता है।

अगर आपने कभी भी आपके स्वप्न को ना छोड़ने का दृढ़-निश्चय किया हुआ है, तो आपको जोखिम उठाने होंगे – आपको साहसी होना है। और आपको समझना है कि साहस भय की अनुपस्थिति नहीं है; यह जब आप डर महसूस करते तब भी आगे बढ़ना है। इसलिए जब आप ऐसी स्थितियों का सामना करते जो आपको डराती या खतरा लगती है, तो परमेश्वर से आपको साहस और हिम्मत देने के लिए प्रार्थना करें ताकि आप भय की भावना के बावजूद आगे बढ़ सके।

भय का आत्मा सदा आपको आगे बढ़ने से रोकेगा। दुश्मन ने सदियों से लोगों को रोकने के प्रयास के लिए भय का इस्तेमाल किया है, और वह अब अपनी रणनीति बदलेगा नहीं। पर आप भय को हरा सकते है, क्योंकि आप मसीह के द्वारा जो हमें प्रेम करता जयवन्त से बढ़कर है।

मैं आपको भय का जब यह आपके विरूद्ध आता है तो निश्चय के साथ सामना करने के लिए उत्साहित करना चाहता हूँ। परमेश्वर पर भरोसा करते और यह जानते दृढ़ खड़े रहे कि, वह सदा आपके साथ है।


आरंभक प्रार्थना

परमेश्वर, चाहे मैं डर महसूस करूँ, मैं आपके वचन पर विश्वास करती हूँ जो कहता है कि मैं जयवन्त से बढ़कर हूँ। मैं हर स्वप्न जो आपने मुझे दिया को पूरा कर सकती हूँ क्योंकि आप मुझे प्रेम करते और मुझे जय देते है।

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