सामान्य आज्ञा पालन

सामान्य आज्ञा पालन

भला होता कि उनका मन (और हृदय) सदैव ऐसा ही बना रहे, कि वे मेरा भय मानते हुए मेरी सब आज्ञाओं पर चलते रहें, जिससे उनकी और उनके वंश की सदैव भलाई होती रहे। -व्यवस्थाविवरण 5:29

यदि हम सामान्य रूप से प्रभु की सुनते हैं और जो वह कहता है उसे करते हैं तो बातें हमारे लिए अच्छी होंगी। कई लोगों को यह नहीं मालूम होता है कि कभी कभी तनाव मुक्त होना यह कितना अच्छा होता है। और शैतान हमें इससे दूर रखने का प्रयास करता है। वह लोगों के जीवन को प्रत्येक मुमकिन रीति से कठिन बनाने का कार्य करता है क्योंकि वह उसकी सामर्थ्य को जानता है जो सरलता लाती है।

शैतान चाहता है कि हमें बहुत व्यस्त और हमारे जीवन को कठिन बनाने का प्रयास करते हुए तनावग्रस्त रखने के द्वारा उस ऊर्जा से वंचित रखे जो परमेश्वर ने हमें दिया है। वह जानता है कि यदि हम परमेश्वर को सरलतापूर्वक मानना सीखेंगे तो हम उस सामर्थ्य और ऊर्जा को उसके विरोध में इस्तेमाल करेंगे उन कार्यों को सुनने और करने के द्वारा जो परमेश्वर हमें दिशा देता है या निर्देश देता है!

वह रूपान्तर जो बहुत से लोग अपने बहुत से क्षेत्रों में चाहते हैं वह छोटी बातों में परमेश्वर की आज्ञापालन करने की रीति के द्वारा आता है। हो सकता है वह आपसे पूर्व आने और एक शाम को आधा घण्टा उसके साथ व्यतीत करने के लिए कहे बजाए इसके कि आप पार्टी में जाए, या टेलीविज़न देखें या फ़ोन पर बात करे। उसकी आवाज़ को सुनने के लिए जितना अधिक आप प्रबल होते हैं और तब उसके निर्देशों का पालन करते हैं उतना ही शीघ्र आप में वह ज़रूरत का कार्य किया जाता है कि आप पुरी रीति से रूपान्तरित हों। परमेश्वर छोटी बातों में आपकी आज्ञाकारिता का उपयोग आपके जीवन को बदलने में करता हैं।

परिस्थिती चाहे कैसी भी हो प्रभु की सुने और पालन करे। नीतिवचन 3:6 कहता है, “उसी का स्मरण करके सब काम करना, तब वह तेरे लिए सीधा मार्ग निकालेगा।” शायद आप न समझें कि कुछ बातें करने के लिए या कुछ परिवर्तन देखने या जो तुरन्त फल लाता है उसे देखने के लिए प्रभु क्यों कहता है। परन्तु लगातार प्रभु की बात मानते रहें और आप और आपके बच्चों के साथ सब बातें सही होंगी।

Facebook icon Twitter icon Instagram icon Pinterest icon Google+ icon YouTube icon LinkedIn icon Contact icon